अग्नी स्तम्भ



भाई ब्रन्हम अक्सर अग्नी सतम्भ का वर्णन करते हैं, जिसने उनकी सेवकाई का समर्थन किया। यह उनके जन्म के समय उपस्थित था, हजारों लोगों द्वारा ओहियों नदी पर देखा गया, और लगता था कि जहां कही वह गये उनके साथ-साथ रहा। यह 1950 में प्रभु ने विश्वासियों और अविश्वासियों दोनों को समान रूप से अचूक प्रमाण दिया कि यह अग्नी स्तम्भ भविष्यव्यक्ता साथ था।

सेम होस्टन कोलिसियम में, वह रात विवादों के पर्दे में थी। भाई ब्रन्हम एक चंगाई बेदारी की अगुवाई कर रहे थे। जिसने सारे देश को समेट लिया था। प्रभु यीशु की आशीषे वर्षा के समान गेहूं के आत्मिक खेत में उंडेली जा रही थी। परन्तु महान चिन्ह और आश्चर्यकर्म, बिना अलोचनाओं के निकल कर नहीं आये। जैसे कि शत्रु सदा विरोध करता है। होस्टन टेक्सास में दो शक्तियां आमने-सामने थी, और प्रभु का स्वर्गदूत स्वयं युद्ध लड़ने के लिए नीचे उतर आया।

हजारों लोग वहां अनगिनत आश्चर्यकर्मों की गवाही देने के लिए उपस्थित थे जो कि परमेश्‍वर के इस जन के द्वारा किए गये थे। एक दिन सुबह ही कुछ स्थानिय सेवको के झुण्ड ने भविष्यव्यक्ता को चुनौती दी, कि दिव्य चंगाई पर आ कर विवाद करे, परन्तु चुनौती भविष्यव्यक्ता के विश्‍वासयोग्य साथी, आदर्णिय एफ.एफ. बोसवर्थ पर आ पड़ी। बहुत से शंका करने वाले व्यक्ति, इस स्थानिय बेपटिस्ट सेवक के साथ हो लिए और दिव्य चंगाई की भर्तस्ना की। होने वाले विवाद की चर्चा अखबारों में आ गई, जिसे एक दम सुर्खियों में प्रकाशित कर दिया गया, “आज शाम सात बजे सेम होस्टल कोलेसियम में धर्म विज्ञानियों की धज्जियां उड़ाई जायेगी।”

संदेह करने वाले ने एक व्यवसायी फोटोग्राफर को किराये पर लिया। डगलस स्टूडियों का टेड किपरमैन, कि बहस का अभिलेख रखे। उस सांझ जो चित्र उतारे गये, वे भाई बोर्सवर्थ के साथ खड़े हुए, संकोची मुद्रा में जैसे कि संदेह करने वाले भयभीत थे। एक बार अपनी उँगली नम्र मनुष्य के चेहरे पर दिखाते हुए।

जब विवाद आरम्भ हुआ, आदर्णिय बोसवर्थ ने जल्द ही दिव्य चंगाई की निश्‍चितता को वचन के प्रमाणों से सिद्ध कर दिया और कोई प्रश्न नहीं छोड़ा। जब वे जो अपनी दुर्बलताओं से चंगे हुए थे, उन्हें खड़ा होने को कहा गया, तो हजारों अपने पैरो पर खड़े हो गए। इसके बाद वे जो चंगे हुए थे अपने स्थान पर बैठ गए। उसने पूछा यदि वे जो दिव्य चंगाई से चंगे हुए है, यदि वे इस खड़े व्यक्ति के नामधारी संस्था से हैं तो खड़े हो जाये। तीन सौ सदस्यों ने गर्व के साथ प्रभु यीशु के अनुग्रह को दिखाया, जो उन पर किया गया था।

संदेह करने वाले की ओर से फिर चुनौती दी गई। “वह दिव्य चंगाई करने वाला सामने आये, और करके दिखाये।“ भाई बोसवर्थ ने स्पष्ट कर दिया था, केवल यीशु ही दिव्य चंगाकर्ता है, परन्तु वह सन्देह करने वाला बराबर चिल्लाता रहा। अन्त में भाई बोसवर्थ ने भाई ब्रन्हम को मंच परआने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने निमन्त्रण स्वीकार किया, और समर्थन में हर्ष की ध्वनी उठी।

भविष्यव्यक्ता पवित्रआत्मा से भर गया था, और नीचे दिए गए, उत्तर दिए।

मैं किसी को चंगा नहीं कर सकता। मैं यह कहता हूं जब मैं केन्टकी प्रदेश में जन्मा तो मेरी अपनी प्रिय मां के अनुसार, और जो मेरे सारे जीवन भर सत्य बना रहा, वहां एक ज्योति कमरे में आई जहां सट-सट कर सब खड़े हुए थे। उसमें फर्श भी नहीं था, यहां तक कि खिड़की भी नहीं थी, वहां खिड़की के नाम एक पुराना सा कुछ था, जैसे एक छोटा दरवाजा और उन्होंने उसे यह सोच कर की प्रातः पांच बज गये हैं, खोला और यह ज्योति धूमती हुई अन्दर आई, दिन निकल ही रहा था। उस समय से यह मेरे साथ है, यह परमेश्‍वर का दूत है। कुछ वर्षो पहले वह व्यक्तिगत रूप में मुझ से मिला है। मेरे सारे जीवन में मुझे घटने वाली बाते बताई और मैंने उन्हें बता दिया जैसा उसने मुझे बताया। और मैं किसी को भी किसी स्थान में चुनौती देता हूं जहां मेरा पालन-पोषण हुआ था, वहां उस नगर में जायेंया कहीं भी सिवाये इसके कि यह ठीक जिस प्रकार हुआ, कहा गया कि यह हुआ था। कि यह वक्तव्य सदा प्रभु के नाम में दिया गया।

उसके इन शब्दों के बोलने के बाद, पवित्रआत्मा मंच पर उतर आया और उत्तेजित फोटोग्राफर ने चित्र उतारा। भाई ब्रन्हम ने साधारण रूप में भविष्यव्यक्ताई वक्तव्य देते हुए मंच छोड़ दिया “परमेश्‍वर गवाही देगा मैं अधिक नहीं कहता।”

श्रीमान किपरमैन का साथी तुरन्त ही काम पर निकल गया कि चित्रों को अगले दिन सुबह के समाचार पत्र के लिए तैयार करे। जैसे ही उसने पहला चित्र रसायन में से निकाला उसने ध्यान दिया कुछ विचित्र सा है। और अगले पांच चित्र खाली थे, उसने अपने सीने पर हाथ रखा, और झुका फिर अन्तिम वाला चित्र रसायन में से निकाला। वहां उस अन्तिम चित्र में अग्नी स्तम्भ प्रगट रूप में भविष्यव्यक्ता के सिर के ऊपर था, विलीयम मेरियम ब्रन्हम।

इस्राईल के बालकों ने अग्नी स्तम्भ की गवाही दी कि इससे मूसा की अगुवाई की, और आज इस आधुनिक समय के लोगों ने उसी अग्नी स्तम्भ की गवाही दी कि वह दूसरे भविष्यव्यक्ता की अगुवाई कर रहा है।

चित्र को तुरन्त ही जोर्ज. जे. लेसी के पास भेजा गया, जो कि विवादित अभिलेखों का यू.एस, एफ.बी.आई. के लिए व्यवसायी परिक्षण कर्ता था। जिसने चित्र को अपने सिद्ध दृष्टीकोण से प्रमाणित किया। श्री लेसी द्वारा राजकीय अभिलेख दिया गया जो की अगले पन्ने पर है।

यह बहुत पहले जब कंम्पूयटर या डिजीटल कैमरे नहीं थे और किसी विधी से स्पष्ट नहीं किया जा सकता था, जो विज्ञान में जाना जाता था। इसे छोड़ कि वास्तविक ज्योति विलीयम ब्रन्हम के सिर के ऊपर थी। आज वही चित्र यूनाईटेड स्टेट में कांग्रेस की यूनाईटेड स्टेट लाईब्रेरी में देखा जा सकता है, जो कि राष्ट्र की राजधानी वाशिंगटन डी.सी.में है।