भजन संहिता 96:13
यह यहोवा के सामने हो, क्योंकि वह आने वाला है, वह पृथ्वी का न्याय करने को आने वाला है, वह धर्म से जगत का और सच्चाई से देश-देश के लोगों को न्याय करेगा।
आज संसार में हजारों विभिन्न नामधारी है प्रत्येक धर्म दूसरे को दोषी ठहराता है। तौभी वे सब अपने नामधारी के द्वारा उद्धार की प्रतिज्ञा करते हैं, हम कैसे जाने की किसको चुने?
यह हम केथोलिक कलीसिया को चुनते हैं तो संतों को बिचावाई को स्वीकार करना होगा, जो कि मूर्ती से प्रार्थना करने से अधिक नहीं है, बाइबल कहती है, “क्योंकि एक ही परमेश्वर है, परमेश्वर और मनुष्य के बीच एक बिचवाई है, वह मनुष्य मसीह “यीशु” (1तिमु 2:5) पादरी “पिता” कहलाता है, जिसे यीशु के द्वारा मना किया गया है, मत्ती 23:9 में, “और पृथ्वी पर किसी मनुष्य को अपना पिता न कहना क्योंकि तुम्हारा एक ही पिता है जो स्वर्ग में है।“ एसेम्बली ऑफ गॉड हमे बताते हैं कि अन्य भाषा में बोलना पवित्रआत्मा का आरम्भिक प्रमाण है, जब पौलूस ने कहा, “यदि मैं मनुष्यों और स्वर्गदूतों की बोलिया बोलू और प्रेम ना रखू तो मैं ठनठनाता हुआ पीतल और झनझनाती हुई झांझ हूँ।“ (1 कुरन्थियों 13:1)
लगभग सारे नामधारी हमें बताने के लिए तत्पर रहते हैं, कि बहुत सी बातों का बाइबल में गलत अनुवाद है, और अनुवाद में लुप्त हो गई या आज के संसार में लागू नहीं होती इसलिए क्या हमें बाइबल का या नामधारी शिक्षा का विश्वास करना चाहिए? परमेश्वर न्याय के मापदण्ड के लिए क्या प्रयोग करेगा?
यदि आज रात में यहाँ कैथोलिक से पूछना चाहूँगा, “आप क्या सोचते है कि परमेश्वर संसार का न्याय किसके द्वारा करेगा?” कैथोलिक कहते हैं, “कैथोलिक की कलीसिया के द्वारा।” ठीक है अब कौन सी कैथोलिक कलीसिया? अब उनमें रोमन, ग्रीक ऑर्थोडिक्स और उनमें से बहुत से कौन सी कैथोलिक बाहर निकल गये और फिर यदि हम कहते हैं, “बेपटिस्ट के द्वारा।” तो फिर आप पेंटीकोस्टल बाहर निकल गये। इसलिए वहाँ ऐसी गड़बड़ होगी कोई नहीं जान पायेगा कि क्या करे। इसलिए उसने कभी यह प्रतिज्ञा नहीं की वह जगत का न्याय कलीसिया के द्वारा करेगा।
उसने जगत का न्याय मसीह के द्वारा करने की प्रतिज्ञा की है, और मसीह वचन है और बाइबल ही है, जिससे वह संसार का न्याय करेगा जो कि यीशु मसीह कल, आज, और सर्वदा एक सा है।
सन्दर्भ
यूहन्ना 1:1
आदि में वचन था और वचन परमेश्वर के साथ था और वचन परमेश्वर था।
यूहन्ना 1:14
और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच डेरा किया और हमने उसकी ऐसी महिमा देखी जैसे परमेश्वर के एकलौते पुत्र की महिमा।
यूहन्ना 5:22
पिता किसी का न्याय नही करता, परन्तु न्याय करने का सब काम पुत्र को सौंप दिया है।
यूहन्ना 12:48
जो मुझे तुच्छ जानता है और मेरी बाते ग्रहण नहीं करता है, उसको दोषी ठहराने वाला तो एक है अर्थात जो वचन मैंने कहा है वही पिछले दिन में उसे दोषी ठहरायेगा।
इफिसियो 1:5-7
और अपनी इच्छा के भले अभिप्राय के अनुसार हमें अपने लिए पहले से ठहराया कि यीशु मसीह के द्वारा हम उसके लेपालक पुत्र हो
कि उसके अनुग्रह की महिमा की स्तुति हो, जिसे उसने हमें उस प्रिय में सेंतमेंत दिया। हमको उसने उसके लहू के द्वारा छुटकारा अर्थात अपराधो कि क्षमा उसके उस अनुग्रह के धन के अनुसार मिला है।
इफिसियो 2:5-8
जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे तो हमें मसीह के साथ जिलाया (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है;)
और यीशु मसीह में उसके साथ उठाया और स्वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया:
कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है आनेवाला समयो में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए।
क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है और यह तुम्हारी ओर से नहीं वरन परमेश्वर का दान है।
1 यूहन्ना 1:7
पर यदि जैसा वह ज्योति में है वैसे ही हम भी ज्योति में चले तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं और उसके पुत्र यीशु का लहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
प्रकाशितवाक्य 22:18-19
मैं हर एक को जो इस पुस्तक की भविष्यद्वाणी की बातें सुनता है, गवाही देता हूं, कि यदि कोई मनुष्य इन बातों में कुछ बढ़ाए, तो परमेश्वर उन विपत्तियों को जो इस पुस्तक में लिखीं हैं, उस पर बढ़ाएगा:
और यदि कोई इस भविष्यद्वाणी की पुस्तक की बातों में से कुछ निकाल डाले, तो परमेश्वर उस जीवन के पेड़ और पवित्र नगर में से जिस की चर्चा इस पुस्तक में है, उसका भाग निकाल देगा।